गुस्सैल आदमी

चलो आज मैं आप लोगों को एक शख्स की कहानी बताता हूं वह बहुत ही गुस्सेल आदमी है वह बात बात पर गुस्सा करता है।
और वह अपने बीवी बच्चों पर भी बिन बात गुस्सा करता रहता है ऐसा नहीं की यह गुस्सैल आदमी का बर्ताव अच्छा नहीं है यह एक अच्छे व्यक्ति हैं लेकिन इनकी गुस्सा करने की आदत लोगों को तकलीफ देती है।
आपने एक कहावत तो जरूर सुनी होगी आप प्रेम से पूरे दुनिया को पलट सकते हो लेकिन अगर आप चाहोगे कि हम अपने बल से या तो अपने गुस्से से दुनिया को अपनी मुट्ठी में कर ले तो ऐसा नहीं होता ।
 गुस्से में युद्ध या लड़ाई होती है गुस्से में किसी बात की समझौता नहीं होती
चलो मैं आप लोगों को दो उदाहरण देता हूं

१. आप सब ने कृष्ण की कहानी तो सुनी ही होगी वह प्रेम के बदौलत पूरे दुनिया को अपने नक्शे कदम पर चलाते थे इसीलिए तो इंसान तो नारायण का नाम लेते ही हैं साथ ही साथ भगवान भी कोई भी कष्ट में नारायण को ही याद करते हैं।

२. चलो मैं आप लोगों को एक दुकानदार की कहानी बताता हूं वह दुकानदार अपने दुकान में अच्छा सामान और उचित दाम में बेचता था लेकिन वह अपने ग्राहक से थोड़ा गुस्से में बात करता था और उसी के सामने एक और दुकान वाला था जो अपने दुकान में उतना अच्छा सामान भी नहीं रखता था और सामान का रेट भी ज्यादा लेता था  लेकिन वह अपने ग्राहकों से अच्छे से बात करता था सरलता से बात करता था और लोग यह सेकंड वाले दुकान से ही सामान खरीदा करते थे क्योंकि जब आपकी बातें अच्छी लगेगी तो ग्राहक आपके पास जाना पसंद करेंगे।

इससे ही समझ में आती है कि आप कितना भी अच्छे व्यक्ति हो आप किसी से किस तरीके से बात करते हो वही आपके चरित्र को दर्शाता है और उसी से सामने वाला व्यक्ति आपसे प्रभावित होता है क्योंकि लोग तो आपकी बातों से ही आप को पहचानते है ना कि आपके कर्मों से कर्मों से भी पहचानते है  लेकिन वह सेकेंडरी चीज होती है।

जब भी आप किसी नए व्यक्ति से मिलते हो तो वह आपकी बातें ही सुनता है और बातों से ही वह आपको जज करता है कि आप किस टाइप के व्यक्ति हो इसीलिए लोगों को शॉप दिल  रखना चाहिए।
           Written by- Er. Ankur bharti

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