आप नहीं समझोगे हम लड़के हैं

चलो आज मैं आप लोगों को लड़कों की कहानी बताता हूं।
इतना आसान नहीं होता लड़कों की जिंदगी जीना आप बस आजादी के नजरिए से देखती होगी की लड़कों को पूरी आजादी दी जाती है लेकिन क्या आपने कभी लड़कों का मन पड़ा है लड़कों के नजरिए से देखा है क्या यह आजादी परमानेंट होती है या यह आजादी के पीछे भी इनकी जिमेवारिया रहती है।

तो चलो मैं आप लोगों को इन लड़कों की छोटी सी कहानी बताता हूं यह जब पैदा होते हैं तब से ही इनका स्ट्रगल शुरू हो जाती है उनके पैदा होने के टाइम ही घरवाले डिसीजन ले लेते हैं कि बड़ा होकर मेरा बेटा इंजीनियर , डॉक्टर आदि इत्यादि बनेगा हां यह आपको भले ही आजादी लगती होगी लेकिन इसको फ्रीडम नहीं कहते जो अपने मुताबिक अपना फैशन फॉलो ना कर सके उसे आजादी नहीं कहते।
लड़का थोड़ा और बड़ा हो जाता है तो उसे किसी प्राइवेट स्कूल में भर्ती करा दिया जाता है और हॉस्टल में रख दिया जाता है। आप समझ सकते हो इतने छोटे में वह अपने फैमिली से दूर चला जाता है और फिर वह हमेशा के लिए बाहर में ही रह जाता है पहले मैट्रिक , इंटर , ग्रेजुएशन फिर जॉब फिर शादी फिर घर की जिम्मेदारियां फिर भी इतने कुछ करने के बाद भी इन्हें ताना दिया जाता है उसका लड़का, उसका लड़का तो कभी भी  घर आता ही नहीं है हम, हम लड़के हैं साहब हमें घर आने का मौका कहां दिया जाता हमें तो जिम्मेदारियों से दबा दिया जाता है।

हम लड़के हैं तो ऐसा नहीं कि हमारा सॉफ्ट हाट नहीं होता हमें भी लगता है फैमिली को टाइम दो फैमिली के साथ रहूं फैमिली का पूरा ख्याल रखो सारी जरूरतों को पूरा करो। हम लड़के हैं और हम भी प्यार के भूखे होते हैं हमें भी प्यार चाहिए होता है।
और यह कोलकाता , दिल्ली, मुंबई आपको भाता होगा हमें तो अपना छोटा शहर ही भाता है। हमें तो इन जगहों में मजबूरी में जाना पड़ता है ताकि हम पैसे कमा सके और अपने परिवार को एक अच्छा लाइफस्टाइल दे सकें।
आप नहीं समझोगे यह लड़कों की बातें।
          Written by - Er.Ankur bharti

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